दंगल [Dangal] lyrics
दंगल [Dangal] lyrics
रे लठ्ठ गाड़ दूँ
रे जादा पाद दून
रे लठ्ठ गाड़ दूँ
रे जादा पाद दून
माँ के पेट से मरघट तक
है तेरी कहानी पग पग प्यारे
दंगल दंगल
दंगल दंगल
सूरज तेरा चढ़ता ढलता
गर्दिश में करते हैं तारे
दंगल दंगल
दंगल दंगल
माँ के पेट से मरघट तक
है तेरी कहानी पग पग प्यारे
दंगल दंगल
दंगल दंगल
सूरज तेरा चढ़ता ढलता
गर्दिश में करते हैं तारे
दंगल दंगल
दंगल दंगल
धड़कने छाती में
जब दुबक जाती हैं
पीठ थपथपा
उनको फिर जागा
बात बन जाती है
बावले हाथी सी
हर चुनौती है रे
सामने कड़ी
घूर के बड़ी
आँख दिखलाती है
तोह आँख से उसकी आँख मिला के
भीड़ जाने का नाम है प्यारे
दंगल दंगल
दंगल दंगल
सूरज तेरा चढ़ता ढलता
गर्दिश में करते हैं तारे
दंगल दंगल
दंगल दंगल
रे लठ्ठ गाड़ दूँ
रे जादा पाद दून
रे लठ्ठ गाड़ दूँ
रे जादा पाद दून
ठोस मजबूत भरोसा
अपने सपनो पे करना
जितने मुंह उतनी बातें
गौर कितनों पे करना
आज लोगों की बारी
जो कहें कह लेने दे
तेरा भी दिन आएगा
उस दिन हिसाब चूका के रहने…
अरे भेद की हहाकार के बदले
शेर की एक दहाड़ है प्यारे
दंगल दंगल
दंगल दंगल
सूरज तेरा चढ़ता ढलता
गर्दिश में करते हैं तारे
दंगल दंगल…हो हो…
दंगल दंगल…हो हो…
दंगल दंगल…हो हो…
दंगल दंगल…हो हो…
लट्ठ गाड़ दूँ
रे जादा पाद दून
रे लठ्ठ गाड़ दूँ
रे जादा पाद दून
कर दिखाने का मौका
जब भी किस्मत देती है
गिण के तयारी के दिन
तुझको मोहलत देती है
मांगती है लागत में
तुझसे हर बूँद पसीने
पर मुनाफा बदले में
ये जान ले बेहद्द देती है
रे बन्दे की म्हणत को किस्मत
का सादर प्रणाम है प्यारे
दंगल दंगल
दंगल दंगल
सूरज तेरा चढ़ता ढलता
गर्दिश में करते हैं तारे
दंगल दंगल…
दंगल दंगल…
दंगल दंगल…
दंगल दंगल…
दंगल दंगल…
- Artist:Daler Mehndi