봄날 [Spring Day] [bomnal] [Hindi translation]
봄날 [Spring Day] [bomnal] [Hindi translation]
तुम्हारी याद आती है।
तब मैं वहाँ कहता हूँ ।
तुम्हारी याद बहुत आती है।
मैं तुम्हारी तस्वीर देख रहा हूँ ।
लेकिन अब तुम्हारी याद आती है।
समय बहुत क्रूर है।
मैं हमें नफ़रत करता हूँ।
अब यह मुश्किल है।
और भी एक दूसरे के चेहरे देखने को
यहाँ केवल शिशिर है।
और भी अगस्त में, शिशिर यहाँ हैं।
मेर दिल समय को जल्दी से दौड़ाता हैं।
जैसा स्नोपियर्सर अकेला चला गया।
मुझे तुम्हारा हाथ पकड़ने को और पृथ्वी की दूसरी तरह जाने को चाहिए।
यह शिशिर को अंत करने केलिए।
कितना लालायित कर रहा है।
अफीम का सत जैसा गिरने को।
बसंत के दिन आने केलिए, दोस्त!
जैसा धूल का छोट टुकड़ा
कि वायू पर तैर रहा है।
अगर उड़ती हुई अफीम का सत मैं हूँ।
मैं जल्दी से तुमको पहुँच सकूँगा।
हिम-पक्षी गिर रहे हैं।
दूर पा रही है।
तुम्हारी याद आती है।
तुम्हारी याद आती है।
और कितना मुझे इंतजार करना पड़ेगा।
और कितनी रातें मुझे जगना रहना पड़ेगा।
जब-तक मैं तुमको देख सकता हूँ ?
जब-तक मैं तुमको मुलाकात कर सकता हूँ?
बीते हुआ यह ठंडा शिशिर का अंत।
जब-तक बसंत फिर से आता है।
जब-तक फूल फिर से खिलते हैं।
वहाँ कुछ देर से ठहरो।
वहाँ ठहरो।
क्या तुमने बदला?
या मैंने बदला?
मैं यह लम्हे से नफ़रत करता हूँ कि बित जा रही है।
मैं अटकल करता हूँ हमने बदला।
मैं अटकल करता हूँ कि कैसा सभी है।
हाँ! मैं तुमसे नफ़रत करता हूँ।
हालाँकि तुम चले गये।
यहाँ एक दिन हुआ था।
कि मैं तुमको भूल गया हूँ।
ईमानदारी से तुम्हारी याद आती है।
लेकिन अब मैं तुमको मिटा दूँ।
क्योंकि तुमसे क्रोध करने से कम
वह दर्द होगा।
मैं तुमको ठंड बुझा रहा हूँ।
धुआँ जैसा, सफेद धुआँ जैसा
मैं कहता हूँ कि मैं तुमको मिलाएँ।
लेकिन वास्तव में मैं अभी तुमको जा नहीं दे सकता।
हिम-पक्षी गिर रहे हैं।
दूर पा रही है।
तुम्हारी याद आती है।
तुम्हारी याद आती है।
और कितना मुझे इंतजार करना पड़ेगा।
और कितनी रातें मुझे जगना रहना पड़ेगा।
जब-तक मैं तुमको देख सकता हूँ ?
जब-तक मैं तुमको मुलाकात कर सकता हूँ?
तुम ये सभी जानता होगा।
तुम मेरा सबसे ज्यादा दोस्त हो।
सुबह फिर से आएगा।
क्योंकि अंधेरा और ऋतु सदैव टिक नहीं सकता।
चेरी बौर खिल रहे हैं।
सर्दी अंत हो जा रहा है।
तुम्हारी याद आती है।
तुम्हारी याद आती है।
अगर मैं कुछ देर इंतजार करता हूँ।
अगर मैं कुछ रातें जगना रह सकता हूँ।
मैं तुमको देखने को जाऊँगा।
मैं तुमको ले आने को जाऊँगा।
बीते हुआ यह ठंडा शिशिर का अंत।
जब-तक बसंत फिर से आता है।
जब-तक फूल फिर से खिलते हैं।
वहाँ कुछ देर से ठहरो।
वहाँ ठहरो।
- Artist:BTS (Bangtan Boys)
- Album:WINGS: You Never Walk Alone