ज़िंदगी तेरे दर पे फ़ना कर चले [Zindagi Tere Dar Pe Fanaa Kar Chale] lyrics
ज़िंदगी तेरे दर पे फ़ना कर चले [Zindagi Tere Dar Pe Fanaa Kar Chale] lyrics
जीने की आग में
तमन्ना भी छोड़ दी
महफ़िल तेरी जा छोड़ी तो
दुनिया भी छोड़ दी
आ आ आ...
ज़िंदगी तेरी ज़िंदगी तेरी
ज़िंदगी तेरे दर पे फ़ना कर चले
आज रस्में मोहब्बत अदा कर चले
ज़िंदगी तेरे दर पे फ़ना कर चले (x2)
आज रस्में मोहब्बत अदा कर चले(x2)
अदा कर चले(x2)
आदमी अपनी बहार लाए हैं
जिनके कदमों से गुल खिलाए हैं
तेरी राहों में रोशनी के लिए
उन ने दिल से दिये जलाए हैं
प्यार के सारे प्यार के सारे
प्यार के सारे वादे वफ़ा कर गाए
आज रस्में मोहब्बत अदा कर चले
अदा कर चले
ज़िंदगी तेरे दर पे फ़ना कर चले
आज रस्में मोहब्बत अदा कर चले
अदा कर चले
देखो आज हमको जी भर के
कोई आता नहीं फिर मर के
तुमको यह ज़िंदगी मुबारक हो
हम तो कतराए आरज़ू कर के
हम जो दुनिया से चले जाएँगे
याद तुझको कभी तो आएँगे
ज़िंदगी में तो कभी चैन पा ना सके
मौत आएगी तो चैन पाएँगे
ग़म मोहब्बत के उठा लेंगे
अश्क़ पिएँगे मुस्कुरा लेंगे
आँच आए ना तेरे दामन पर
आग सीने में हम छुपा लेंगे
एक तुम ज़रा गले लगा लो हमें
हमें हमें
एक तुम ज़रा गले लगा लो हमें
मौत को हम गले लगा लेंगे
अलविदा अलविदा अलविदा (x3)
- Artist:Salma Agha
- Album:Salma (1985)